आप सबका स्वागत है हमारे इस ब्लॉग पर आज के इस आर्टिक्ल में Roza Kholne Ki Dua जानेंगे। अगर आप रोजा इफ्तार की दुआ सर्च कार्रहे है तो आप को रोजा खोलने की दुआ के साथ और दूसरी मसनून दुयाए भी हमारी वैबसाइट पर मिलेगी।
Roza Kholne Se Pehle “बिसमिल्लाह” पढ़ कर रोजा खोले और रोजा खोलने के बाद ये दुआ पढ़े।
Roza Kholne Ki Dua | रोजा खोलने की दुआ हिंदी में
ज़-ह बज़ ज़-मउ वब-तल-लतिल उ’रूक़ु व-स-ब तल अजरु इन-शा-अल्लाह। (अबु दावूद 2357)
Roza Kholne Ki Dua Ka Tarjuma
प्यास जाती रही और रगें (धमनियां) तर होगई और इन-शा-अल्लाह अज्र (ईनाम) निश्चित होगया।
Iftar Ki Dua in Arabic
ذَهَبَ الظَّمَأُ وَابْتَلَّتِ الْعُرُوقُ وَثَبَتَ الأَجْرُ إِنْ شَاءَ اللَّهُ
Roza Kholne Ki Dua in Roman English
Zahabaz-za-ma-u wab tal-latil u’rooqu wa sa-ba-tal ajru in-sha-allaah
Iftar Ki Dua Translation
Pyaas jaati rahi aur ragai tar hogai aur in sha allah ajr sabit (fixed) hogaya
इस दुआ को पढ़े Azan Ke Baad Ki Dua
Roza rakhne ki Niyat रोज़े की नियत
Roza rakhne ki Niyat हो या किसी और कार्य करने की नियत हो सब कार्य का निर्भर नियत (इरादा) पर है। इसलिए रोज़े की क़बूलियत के लिए अच्छी नियत का होना ज़रूरी हे। जैसा के हदीस में आता है।
“अमल (कार्य) का निर्भर नियत (इरादा) पर है” (मुस्लिम 1907)
तो आदमी को Roza rakhne ki Niyat दिल में कर लेना चाहिए।
रोजा रखने के लिए सहरी खाना ज़रूरी है
Roza rakhne ki Niyat के साथ साथ Sehri khana भी मसनून है। इसलिए रोजा रखने के लिए सहरी खाना चाहिए।
Sehri Khana चाहिए हदीस
“रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया सहरी खाओ कि सहरी में बरकत है” (बुखारी 1923)
Ramzan Ka Chand Dekhna aur Dua
क्या रोजा रखने के लिए चांद का देखना ज़रूरी है? हां रोजा रखने के लिए चांद का देखना ज़रूरी हे और चांद को देख कर ही रोजा रखा जाए। जैसा की हदीस में आया है।
चांद को देख कर रोजा रखना हदीस
“नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया चांद ही देख कर रोजा रखो और चांद ही देख कर रोजा खोलो और अगर बादल हो जाए तो तीस दिन पूरे करलो” (बुखारी 1909)
ऊपर की हदीस से ये मालूम हुवा के रोजा रखने के लिए चांद का देखना ज़रूरी है।
Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua
Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua in Hindi
अल्लाहुम्म अ-हिल-लहू अ’लैना बिल अमनि वल ईमा-नि वस-सला मति वल इस्लामी रब्बी व-रब बुकल-लाह। (तिरमिज़ी 3451)
Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua Hindi Tarjuma
ए अल्लाह इसे बरकत और ईमान और सलामती और इस्लाम के साथ हम पर नाज़िल फ़रमा मेरा और तुम्हारा रब अल्लाह है।
Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua Arabic text
اللّٰهُمَّ أَهِلَّهُ علَيْنَا بِالأَمْنِ والإِيمَانِ، وَالسَّلامَةِ والإِسْلامِ، رَبِّي ورَبُّكَ اللَّه
Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua in Roman English
Allaa-humma a-hil-lahoo a’lai-naa bil-amni wal-ee-maa-ni was-salaa mati wal-islaami rabbee wa rabbu kallaah (Tirmizee 3451)
अंतिम बात: आज के लेख में हमने रोजा खोलने के बाद की दुआ हिंदी में सीखी है। और हमने सीखा रोजा खोलने के बाद की दुआ का हिंदी तर्जुमा भी जाना है साथ ही साथ हमने इफ्तार के बाद की दुआ को अरबी में भी लिखा है। उम्मीद है आप को iftar ki dua article पसनद आया होगा और आप को कुछ नई चीज़ सीखने को मिली होगी।